नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर में 160 पदों पर होगी भर्ती, 16 अप्रैल को वॉक-इन इंटरव्यू ...

छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े सरकारी मेडिकल कॉलेज, पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर में डॉक्टरों के 160 पदों पर भर्ती के लिए वॉक-इन इंटरव्यू का आयोजन 16 अप्रैल 2025 को किया जा रहा है। यह भर्ती लंबे अंतराल के बाद हो रही है, क्योंकि आचार संहिता के चलते चार महीनों से प्रक्रिया रुकी हुई थी।



पिछली भर्ती का हाल :-

  • पिछला वॉक-इन इंटरव्यू 20 दिसंबर 2024 को आयोजित हुआ था।

  • उस समय 210 पदों की वैकेंसी थी लेकिन कई पद खाली ही रह गए।

  • अब फिर से भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई है ताकि मेडिकल स्टाफ की कमी को दूर किया जा सके।








किस पद पर कितनी वैकेंसी?        

इस बार जिन पदों पर भर्ती होनी है, उनमें शामिल हैं:


👉 पहली बार CTVS विभाग में 12 पद

  • कार्डियो थोरेसिक एंड वेस्कुलर सर्जरी (CTVS) विभाग में पहली बार 12 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती होगी।

  • पिछली बार कोई डॉक्टर आवेदन के लिए नहीं आया था।


👉 अन्य विभागों में:

पद का नाम
  
        पदों की संख्या

असिस्टेंट प्रोफेसर (CTVS)

          12

क्रिटिकल केयर

 3

मेडिसिन

 2

पीडियाट्रिक

 3

एनीस्थीसिया

 2

कार्डियक एनीस्थीसिया

 2

अन्य विभाग (असिस्टेंट प्रोफेसर)

 51

सीनियर रेसीडेंट

100

परफ्यूजिनिस्ट

 3

फिजिशियन असिस्टेंट

   3

नोट: सभी पद संविदा (Contract Basis) पर हैं।



सैलरी स्ट्रक्चर 


सरकारी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों को निम्नानुसार वेतन मिलता है:


  • असिस्टेंट प्रोफेसर – ₹1,00,000/माह

  • एसोसिएट प्रोफेसर – ₹1,55,000/माह

  • प्रोफेसर – ₹1,90,000/माह


तुलना: निजी अस्पतालों और कॉलेजों में इससे अधिक वेतन मिलने के कारण कई डॉक्टर सरकारी नौकरी ज्वॉइन नहीं करना चाहते।




भर्ती प्रक्रिया में देरी के कारण

  • आचार संहिता के चलते पिछले 4 महीने से वॉक-इन नहीं हो पाया।

  • भर्ती नियम अब तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं होने के कारण CTVS विभाग की चयन सूची अभी तक जारी नहीं हो सकी है।



विवादों का असर: डॉक्टर ज्वॉइन करने से कतरा रहे हैं

✦ एनपीए (Non-Practicing Allowance) विवाद:

सरकार ने एनपीए लेने वाले डॉक्टरों के नाम सार्वजनिक किए, जिससे डॉक्टरों में नाराजगी फैली। इससे कई डॉक्टरों ने नौकरी ज्वॉइन नहीं की।

✦ शपथपत्र विवाद:

आयुष्मान योजना से जुड़ी निजी अस्पतालों से यह शपथपत्र मांगा गया कि कोई सरकारी डॉक्टर निजी प्रैक्टिस में संलग्न नहीं है। इस फैसले के विरोध में कई डॉक्टरों ने राजनांदगांव, दुर्ग, रायगढ़ व अंबेडकर अस्पताल में नौकरी छोड़ दी।



निष्कर्ष:

राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ की कमी एक गंभीर चिंता का विषय है। वॉक-इन इंटरव्यू जैसी पहल स्वागत योग्य है, लेकिन जब तक वेतन, नियम और विवादों को लेकर स्पष्टता नहीं होगी, डॉक्टरों को आकर्षित करना मुश्किल रहेगा।

📌 अगर आप मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह भर्ती आपके लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है।


📅 इंटरव्यू की तारीख: 16 अप्रैल 2025


📍 स्थान: पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, रायपुर



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